Hello Friends………
..........क्या हम जानते हैं कि यह जो कंप्यूटर या लैपटॉप हम
यूज कर रहे हैं यह हम तक कैसे पहुंचा कहने का मतलब है कि कंप्यूटर का इतिहास क्या
है कौन-कौन
से रास्ते से होकर यह गुजरकर हमारे पास आया और इसे कब बनाया था, किसने बनाया था, यह चलता कैसे है, और ये कौन-कौन Parts से मिलकर बना है, आज हम इस Article में आपको कंप्यूटर के बारे में कम्प्लीट
जानकारी देने का
प्रयास करेंगे |
दोस्तों हम कंप्यूटर चलाना तो जानते हैं लेकीन अगर कोई हमसे थोड़ा सा
भी पूछ ले कि कंप्यूटर होता क्या है तो शायद हम उसे नहीं बता पाएंगे कि कंप्यूटर
क्या होता है हां इतना तो कह सकते हैं कि कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (Electronic Device)है बस इससे
ज्यादा हम कुछ भी नहीं बता पाएंगे ,कंप्यूटर
एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस तो है यह बिल्कुल सही है But इसके साथ-साथ भी बहुत कुछ है तो आगे बढ़ते हैं Friends और हम स्टार्ट करते हैं |
कम्प्युटर बनाम मनुष्य(Computer vs Human being)
कंप्यूटर के बहुत से कामों को देख कर आप सोचते होंगे कि इनमें बुद्धि होती होगी परंतु वास्तव में कंप्यूटर में एक छोटे कीडे के बराबर भी बुद्धि नहीं होती और केवल दिए गए आदेशों का पालन करता है इतने से ही वह बहुत काम कर लेता है हमें उससे छोटे से छोटा काम कराने के लिए ही पूरे आदेश देने पड़ते हैं बिना आदेश दिए वह कुछ नहीं कर सकता यदि हमारे दिए गए आदेश सही होंगे तो काम भी सही होगा और अगर आदेश गलत होगा तो काम भी गलत होगा कंप्यूटर को सही आदेश देना और उससे बड़े-बड़े कार्य करा लेना एक कला है |
कंप्यूटर के काम करने का तरीका की तुलना हम खुद अपने काम करने की तरीके से कर कर सकते हैं हम अपने कानों से सुनकर आंखों से देख कर कोई बात समझते हैं अपने दिमाग से उस विचार उस पर विचार करते हैं और उसे याद रखते हैं तथा अपने हाथ पैर या मुंह से उसका उत्तर देते हैं यानी एक्शन(Action) लेते हैं कंप्यूटर भी लगभग इसी तरह काम करता है अपनी इनपुट यूनिट से डाटा और आदेश लेता है मेमोरी में उन्हें स्टोर करता है प्रोसेसर पर उनका पालन करता है और आउटपुट यूनिट पर परिणाम दे देता है परंतु कंप्यूटर में सबसे बड़ा अंतर यह है कि हमारे काम करने की गति बहुत धीमी होती है जबकि कंप्यूटर के काम करने की गति बहुत तेज होती है इसलिए हिसाब किताब का जो काम हम घंटों में कर पाते हैं कंप्यूटर से सैकन्डो में आता है और दूसरा अंतर यह भी है मुख्य अंतर यह भी है कि एक मशीन होने के कारण कंप्यूटर ना तो मनुष्य की तरह थकान अनुभव करते हैं ना ही बोरियत यही कारण है एक सा कार्य कितनी ही बार उसी गति से एवं शुद्धता से बिना एकाग्रता खोए करते रह सकते हैं |
कम्प्युटर
क्या है?(What is computer?)
सबसे पहले यह समझना जरूरी होगा कि Computer एक Electronic Machine है| जैसे कि Electronic Calculator होते हैं| कैल्कुलेटर (Calculator) पर हम जोडना,घटाना, गुणा ,भाग आदि अंक गणतीय क्रियाएं करते हैं, जबकि कम्प्यूटर पर हम इन क्रियाओं के अलावा भी बहुत से काम करते या कराते हैं इन कामों को डाटा प्रोसेसिंग (DATA PROCESSING) कहा जाता है।
Main Parts of Computer (कम्प्यूटर
के मुख्य भाग ) :-
1. C.P.U.---------- Central Processing Unit
2. Monitor
3. Keyboard
4. Mouse
5. U.P.S.----------
Untruppted Power Supply
कंप्यूटर का हिंदी में नाम :-
वैसे तो कंप्यूटर को कई नामों से जाना जाता है इसका कॉमन नाम संगणक (SANGANAK) है क्योंकि यह गणना करने का काम करता है इसीलिए कंप्यूटर को हिंदी में “संगणक” कहते हैं |
सूचना(Information)
यूं तो हमारे पास बहुत प्रकार के डाटा(Data)का भंडार होता है|परंतु वह सारा हमारे लिये हमेशा उपयोगी नहीं होता,क्योंकि Data अलग-अलग बिखरे हुए अव्यवस्थित तथ्य है|जिनसे कोई निर्णय नही लिया जा सकता,उदाहरण के लिये, किसी क्लास मे पढने वाले लडको की अलग-अलग उम्र हमारे लिये डाटा है परंतु हमे उस क्लास की औसत उम्र (Average Age)की जरूरत है यह हमारे लिए उपयोगी है,उपयोगी डाटा को कम्प्युटर की भाषा में सूचना कहा जाता है|हम डाटा इकट्ठा ही इसलिए करते हैं कि उसमें विशेष सूचना के लिए हमें बातों पर कुछ विशेष क्रियाएं करनी पड़ती हैं,जैसे विद्यार्थी अलग-अलग उम्रों में से औसत उम्र पता करने के लिए पहले हम उन सब की उम्रो को जोड़ेंगे फिर सभी विद्यार्थियों को गिनेंगे और अंत में उम्रों के योग में विद्यार्थियों की संख्या से भाग देंगे इससे उनकी औसत उम्र निकल आएगी,अलग-अलग विद्यार्थियों की उम्र हमारे लिए केवल डाटा है,इसकी तुलना में औसत उम्र हमारे लिए अधिक उपयोगी है इसलिए यह सूचना(Information)है।
Full
Form of Computer
कंप्यूटर
की फुल फॉर्म
- C-Commonly
- O-Operated
- M-Machine
- P-Program
- U-Used To
- T-Technical
- E-Educational
- R-Research
कंप्यूटर
की हिंदी में फुल फॉर्म
- सी - आम तौर पर
- ओ - संचालित
- एम - मशीन
- पी- विशेष रूप से
- यू- प्रयोग
- टी - तकनीकी
- ई - शैक्षणिक
- आर - अनुसंधान
Charles Babbage (The father of
computer)
Charles Babbage का जन्म 26 Dec 1791 को इंग्लैंड के लंदन शहर में हुआ था | कंप्यूटर की रचना चार्ल्स बैबेज द्वारा की गई थी, इसीलिए हम चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक (Father of Computer) बोलते हैं |
Generation of computers
First generation of computer 1942
से 1954
तक
:-
इस जनरेशन के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब ( Vacuums Tube)यूज होते थे | यह एक ऐसा डिवाइस था जो इलेक्ट्रिकल फ्लोर के करंट को कंट्रोल कर सकता था इस जनरेशन के कंप्यूटर साइज में काफी बड़े होते थे कोई चोटी नहीं थी, और बहुत महंगे थे, बिजली काफी खर्च होती थी, गर्म बहुत जल्दी होते थे |
Second generation of computer 1952
से 1964
तक :-
जनरेशन के कंप्यूटर में Transistors यूज होने लगे थे ,इस वजह से यह कंप्यूटर साइज में छोटे थे |यह काम भी फास्ट करते थे, और काफी विश्वसनीय थे, काफी महंगे थे ,लाइट फर्स्ट जनरेशन की कंप्यूटर की अपेक्षा कम खाते थे, गर्म जल्दी होते थे ,गर्म जल्दी होने की वजह से AC की जरूरत पड़ती थी |
Third generation of computer 1964
से 1972
तक
:-
इस जनरेशन के कंप्यूटर में IC का यूज होने लगा था,जिसे इंटीग्रेटेड सर्किट(integrated Circuit) बोलते हैं यह साइज में छोटे थे, सेकंड जनरेशन के कंप्यूटर के अपेक्षा सस्ते थे, और लाइट कम खाते थे, गरम कम होते थे, मगर Ac की जरूरत रहती थी |
Fourth generation of computer 1972
से 1989
तक
:-
इसमें VLSI (Very Large Scale Integration) टेक्नोलॉजी के यूज होने लगे थे VLSI ICकी वजह से इनका साइज बहुत छोटा हो गया था, स्पीड भी फास्ट हो गई थी, काफी सस्ते हो गए थे, और काफी सरल हो गए थे, Ac की कोई Required नहीं थी
Fifth generation of computer 1989
से Present :-
इस जनरेशन के कंप्यूटर में यू ULSI (Ultra Large Scale Integration) यूज होने लगी थी जिसमें एक ही चिप पर एक लाख से एक करोड़ तक कंपोनेंट इंपोर्टेड होते थे आज हम Fifth Generation का कंप्यूटर यूज कर रहे हैं यह बहुत सस्ते हैं, छोटे भी हैं, गरम भी जल्दी नहीं होते हैं, लाइट भी कम यूज होती है, और Ac की जरूरत भी नहीं पड़ती |
कंप्यूटर
का वर्गीकरण
(Classification
of Computers)
1- माइक्रो
कंप्यूटर (Micro Computer) :-
माइक्रो कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर है जो हमारे चारों ओर रहते हैं आज कल हम जो भी कंप्यूटर यूज करते हैं माइक्रो कंप्यूटर के अंतर्गत आते हैं साइज में छोटे होते हैं सस्ते भी होते हैं और सिंगल यूजर होते हैं जैसे कि पीसी लैपटॉप टेबलेट पीडीए स्मार्टफोन नोटबुक आदि
2-मिनी
कंप्यूटर (Mini Computer) :-
मिनी कंप्यूटर छोटे मध्यम आकार के होते हैं यह कंपनी बैंक आदि जगह पर जहां अधिक डाटा स्टोरेज प्रोसेसिंग स्पीड की जरूरत होती है यह एक नोटबुक बेस्ट जहां 1 से अधिक यूज़र होते हैं प्रयोग में लाए जाते हैं ।
3-
मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe
Computer) :-
मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग बहुत ही बड़े डाटा प्रोसेसिंग संगठन में होता है जैसे कि शेयर मार्केट कंज्यूमर्स डाटा प्रोसेसिंग एयर टिकट बुकिंग विज्ञापन प्रसारण आदि जहां हजारों लाखों यूजर होते हैं ।
No comments:
Post a Comment